Aks, Tears
हम तो खुद
से ही बिछड़े
हुये हैं,
क्या
तुम से मिल
पाएँगे...
जब कभी देखेंगे
आईने मे खुद
को,
अक्स में
तुम्हे ही पाएँगे...
How can I meet you,
When I am Apart from Myself...
I shall find you in my Tears,
Whenever I will see Mirror...
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