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17 April 2017

1222 आदत तकलीफ शायरी


1222
आदत बना ली हैं मैने,
खुदको तकलीफ देनेकी,
ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे . . .
तो ज्यादा तकलीफ ना हो !

1221 आदत तकलीफ शायरी


1221
आँखोंमें आ जाते हैं आँसू,
फिरभी लबोंपें हँसी रखनी पडती हैं,
ये मोहब्बत भी क्या चीज हैं यारों,
जिससे करते हैं उसीसे छुपानी पडती हैं...