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Pyas, Thirst
ऐ आसमानवाले जमीनपर उतरकर
देख,
होती हैं क़्या जुदाई, तू
भी बिछड़कर
देख...
हमारी प्यासका
अंदाज भी अलग हैं दोस्तो,
कभी
समंदरको ठुकरा
देते हैं. . .
तो
कभी आँसू तक
पी जाते है.
. .
Oh God, land on the Ground and see,
Experience the Separation !
The seance of my Thirst is different my Friend,
Sometimes I reject the the Ocean. . .
Sometimes drink own Tears. . .