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8 June 2017

1382 इश्क़ बेजुबां ढूंढता ख़ामोशी इंतज़ार लिख भेज ख़त शायरी


1382

ख़त, Letter

किस ख़तमें लिखकर भेजूं,
अपने इंतज़ारको तुम्हें;
बेजुबां हैं इश्क़ मेरा और,
ढूंढता हैं ख़ामोशीसे तुझे।

In which letter should I write and send,
Your waitting to you;
My love is voiceless and,
searches for you silently.