Showing posts with label खामोश पलक आँसु ठहर मोड़ याद शायरी. Show all posts
Showing posts with label खामोश पलक आँसु ठहर मोड़ याद शायरी. Show all posts

7 November 2016

714 खामोश पलक आँसु ठहर मोड़ याद शायरी


714

Mode, Turn

खामोश पलकोंसे जब आँसु आते हैं,
आप क्या जानों की आप कितने याद आते हैं,
हम आज भी उस मोड़पें खड़े हैं,
जहा आपने बरसो पहले कहा था 'ठहरो हम अभी आते हैं...'

When Tears flows from Silent Eyelids,
How you may know How you are Remembered,
I am still standing on that Turn,
Where you had said that 'Wait I will just come...'

713 खामोश पलक आँसु ठहर मोड़ याद शायरी


713

Namak, Salt

किसने सागर,में
इतना नमक संजोया होगा;
सदियों साहिलपर बैठा,
कोई तो रोया होगा...!
Somebody has Dissolved
So much of Salt in the Ocean,
Sitting for Years on the Shores
He must have Cried...