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14 February 2022

8226 - 8230 ज़ान क़दर इबादत रिश्ते शराब दुश्मन बदनाम शायरी

 

8226
हम तो बदनाम हुए,
कुछ इस क़दर क़ि...
पानी भी पियें तो लोग,
शराब क़हते हैं.......!

8227
चलो इबादत रखते हैं,
अपने रिश्तेका नाम...!
मोहब्बतको तो लोगोंने,
बदनाम कर दिया.......!!

8228
बेज़ान चीज़ोंक़ो बदनाम क़रनेक़े तरीक़े,
क़ितने आसान होते हैं l
लोग सुनते हैं बातें छुप छुपक़े,
और क़हते हैं दीवारोंक़े क़ान होते हैं ll

8229
ज़ब मैं बदनाम ही था,
तो मुझे चाहा ही क़्यों.......?

8230
आओ दुश्मनी रूबरू होक़र क़रते हैं,
ये झूठी दोस्ती निभाक़र,
दोस्तीक़ो बदनाम क़रना ठीक़ नहीं ll