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14 February 2017

963 दिल काँच हाथ जख्म ख्याल शायरी


963
 "बनाने वालेने दिल काँचका बनाया होता,
तोड़ने वालेके हाथमें जख्म तो आया होता…
जब बी देखता वो अपने हाथोंको,
उसे हमारा ख्याल तो आया होता…"