6376
इश्क़से तबीअतने,
ज़ीस्तका मज़ा पाया...
दर्दकी दवा पाई,
दर्द-ए-बे-दवा पाया...
मिर्ज़ा ग़ालिब
6377मोहब्बतको हवा दो,दुआ दो और दवा दो...इतनी भी नफरत मत करो,कि किसीको बद्दुआ दो.......
6378
लोग कहते हैं,
जो दर्द देता हैं, वही दवा देता हैं...
पता नही फ़िजूलकी बातोंको,
हवा कौन देता हैं.......
6379
मोहब्बतका
मरीज,
जो बन जाता
हैं,
दवा और दुआ...
वहाँ काम नहीं
आता हैं.......
6380
दवासे ठीक हो या,
दुआसे ठीक हो,
खुदा करे,
हर दिल-ए-बीमार ठीक हो...