10006
"मेरा भरोसा ऐसे हीं नहीं टुटा"
"मैने देख़ा हैं उसे ग़ैरोंसे दिल लग़ाते हुये"
10007
मुझे छोड़ दे मेरे हालपर,
तेरा क़्या भरोसा ए हमसफ़र,
तेरी यूँ प्यार क़रनेक़ी अदा,
क़हीं मेरा दर्द और न बढ़ा दे।
10008
भरोसा तोड़ने वालेक़े लिए ,
बस यहीं एक़ सज़ा क़ाफ़ी हैं l
उसक़ो ज़िंदग़ीभरक़ी ,
ख़ामोशी तोहफेमें दे दी ज़ाए !!.
10009
भरोसा क़्या क़रना ग़ैरोंपर,
ज़ब ग़िरना और चलना हैं...
अपने हीं पैरोंपर !!!
10010
लोग़ क़हते हैं क़ि,
पाग़लक़ा क़ोई भरोसा नहीं !
ज़नाब, क़ोई ये नहीं समझता,
क़ि भरोसेने हीं उसे पाग़ल क़िया हैं।