Showing posts with label दिल मोहब्बत इश्क़ जिंदगी साँसें दर्द ओठ मजबुरी मंजील मुश्किल हकीकत शायरी. Show all posts
Showing posts with label दिल मोहब्बत इश्क़ जिंदगी साँसें दर्द ओठ मजबुरी मंजील मुश्किल हकीकत शायरी. Show all posts

27 July 2018

3071 - 3075 दिल मोहब्बत इश्क़ जिंदगी साँसें दर्द ओठ मजबुरी मंजील मुश्किल हकीकत शायरी


3071
ओठोंकी भी क्या मजबुरी हैं।
मोहब्बतमें वहीं बात छुपाई जाती हैं
जो कहना जरुरी होती हैं।

3072
इश्क़ मरता कहाँ हैं,
ये तो दो टुकड़ोंमें जिया करता हैं...

3073
मंजीले मुश्किल थी पर हम खोये नहीं…
दर्द था दिलमें, पर हम रोये नहीं…
कोई नहीं आज हमारा जो पूछे हमसे…
जाग रहे हो किसीके लिए..या किसीके लिये सोये नहीं…

3074
मरता नहीं कोई.......
किसीके बग़ैर ये हकीकत हैं जिंदगीकी..
लेकिन.... सिर्फ़ साँसें चलनेको
जीना तो नहीं कहते.....

3075
चलो मान लिया
हमें मोहब्बत करना नहीं आता.....
लेकीन ये तो बताओ
तुम्हे दिल तोडना किसने सिखाया...