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दिल समंदर सुन गहरा समाया सिवा शायरी.
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दिल समंदर सुन गहरा समाया सिवा शायरी.
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सुना हैं दिल समंदरसे भी,
गहरा होता हैं, फ़राज़।
फिर क्यूँ नहीं समाया,
कोई और उसके सिवा.......