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31 August 2016

518 दुनियाँ ज़ीने अच्छे बुरे शायरी


518

Bure, Dreadful

बुरे हैं ह़म,
तभी तो ज़ी रहे हैं
अच्छे होते तो,
दुनियाँ ज़ीने नहीं देती…!!!

I am Dreadful,
That's why Living Life...
If I would have been Nice,
The world doesn't let us live...!!!

517 दुनियाँ ज़ीने अच्छे बुरे शायरी


517

Patang, Kite

पतंग कट भी जाए मेरी,
तो कोई परवाह नहीं...
बस आरजू ये हैं,
की उसकी छतपर जा गिरे...

It doesn't matter,
If my Kite gets cut...
Only I wish,
It should land on Her Roof...