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26 December 2016

882 देख अक्सर एहसास गम ख़ास पल बात शायरी


882

एहसास, realize

देखकर उसको अक्सर,
हमें एहसास होता हैं,
कभी कभी गम देनेवालाभी,
बहुत ख़ास होता हैं,
ये और बात हैं,
वो हर पल नहीं होता हमारे पास,
मगर उसका दिया हुआ गम,
अक्सर हमारे पास होता हैं…!

Seeing him often,
I realize,
Sometimes even saddening,
is very special,
This is another matter,
We don't have that every moment.
But the sorrow given by her,
Often be with me…!