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29 November 2019

5101 - 5105 मोहब्बत हिफाज़त सबूत जरूरत इजहार आँख नजर बयान लफ्ज परवाह इस्तेमाल शायरी


5101
ढूंढना ही है तो,
परवाह करने वालोंको ढूंढ़िये...
इस्तेमाल करने वाले तो ख़ुद ही,
आपको ढूंढ लेंगे.......!

5102
लफ्ज़ोंका इस्तेमाल,
हिफाज़तसे करिये...
ये परवरिशका,
बेहतरीन सबूत होते हैं...!

5103
जरूरतसे ज्यादा,
अच्छे बनोगे तो...
जरूरतसे ज्यादा,
इस्तेमाल किये जाओगे...!

5104
इजहार--मुहब्बतमें यूँ...
लफ्जो का इस्तेमाल ना कर;
मै आँखोंसे सुन लूंगा...
तू नजरोंसे बयान तो कर !!!

5105
इंसान भी कमाल करते हैं,
इतने सारे यंत्र बना लिए...
फिर भी,
एक दूसरेका इस्तेमाल करते हैं...