4406
एहसास -
ए - मोहब्बत क्या
हैं,
ज़रा हमसे पूछो...
करवट तुम बदलते
हो,
नींद मेरी खुल
जाती हैं...!
4407
कभी तो अपनी
मौजूदगीका,
एहसास
दिला दिया करो...
थक गए हैं
शायरीयाँ करते-करते,
तेरे नामकी.......!
4408
एक आस, एक
एहसास,
मेरी सोच
और बस तुम;
एक सवाल, एक मजाल,
तुम्हारा ख़याल और बस
तुम...
4409
एक मीठा सा,
एहसास हुआ हैं अभी अभी...
ऐसा लगा,
किसीने याद
किया हैं अभी-अभी...!
4410
एहसासका रिश्ता
हैं मेरा उससे,
मत पूछ कि
वो मेरे लगते
क्या हैं...!