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17 November 2016

754 मज़हब दौलत ज़ात घराना सरहद ग़ैरत खुद्दारी चादर चूहे मोहब्बत शायरी


754

Choohe, Rats

मज़हब, दौलत, ज़ात, घराना,
सरहद, ग़ैरत, खुद्दारी,
एक मोहब्बतकी चादरको,
कितने चूहे कुतर गए
Religion, Wealth, Cast, Dynasty,
Border, Unethical, Selfishness,
To the Quilt of  Love,
So many Rats Gnawed...