Showing posts with label रंग सच दोस्त जमाना फिदा कंबख्त अदा शायरी. Show all posts
Showing posts with label रंग सच दोस्त जमाना फिदा कंबख्त अदा शायरी. Show all posts

28 October 2016

678 रंग सच दोस्त जमाना फिदा कंबख्त अदा शायरी


678

Rang, Colours

रंगोंका क्या कहें मेरे दोस्त,
सच तो यहीं हैं की हर रंग,
अपनी एक एक अदा दिखाता हैं,
इन्ही अदाओंपे कंबख्त,
जमाना फिदा होता हैं ।
What to say about Colours,
The Truth is that every Colour
Shows its own Shades,
Damned on its Shades,
World is Crazy about .