Showing posts with label रिश्ता मुस्कुराहट खामोश ज़ुबाँ मजबूत तक़लीफ़ मजबूर जिंदगी शायरी. Show all posts
Showing posts with label रिश्ता मुस्कुराहट खामोश ज़ुबाँ मजबूत तक़लीफ़ मजबूर जिंदगी शायरी. Show all posts

15 February 2020

5476 - 5480 रिश्ता मुस्कुराहट खामोश ज़ुबाँ मजबूत तक़लीफ़ मजबूर जिंदगी शायरी


5476
बेहतरीन होता हैं वो रिश्ता,
जो तकरार होनेके बाद भी...
सिर्फ एक मुस्कुराहटपर,
पहले जैसा हो जाए ।।

5477
रिश्ता जो भी हो,
मजबूत होना चाहिए...
मजबूर नहीं.......

5478
एक अच्छा रिश्ता हमेंशा,
हवाकी तरह होना चाहिए...
खामोश मगर,
हमेशा आसपास...!

5479
बोरीभर की जिंदगी,
मिलने लगी किश्तोंपर...
छोटा मोबाईल भारी पडा,
सभी रिश्तोंपर.......


5480
उँगलियाँही निभा रही हैं,
मोबाईलपे रिश्तोंको आजकल...
ज़ुबाँको अब निभानेमें,
बड़ी तक़लीफ़ होती हैं.......