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23 December 2016

873 वफा सिलसिला मोहब्बत दर्द शायरी


873

सिलसिला, Seriality

हमने कब माँगा हैं तुमसे,
वफाओंका सिलसिला;
बस दर्द देते रहा करो,
मोहब्बत बढ़ती जायेगी !

When have I asked you,
Seriality of loyalties;
Just keep me hurting,
Love will keep increasing!