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24 November 2016

777 सीने खंजर चुभ घर झलक शायरी


777

Jhalak, Glance

अच्छा हैं कि तेरा घर,
मेरे घरके बराबर नहीं...!
वरना तेरी हर एक झलक,
सीनेमें खंजर-सी चुभती...
Its good that Your House
is not besides my House...!
Otherwise your Every Glance
May have Sting Like Dagger in Chest...

776 सीने खंजर चुभ घर झलक शायरी


776

Deevana, Obsessed

दीवाने बन गए हैं तेरे नामके...
अब किसीसे क्या मतलब...
आके बैठ गए तेरी दिलकी गलियोंमें...
अब जो होगा सो देखा जाएगा......

Have Become Obsessed with your Name...
Now What is Concern is with Someone...
Have came and sat in the Lane of your Heart...
Now Lets see What's Happens.......