Showing posts with label हँसते लोग संगत इत्र दुकान खरीद रूह महक शायरी. Show all posts
Showing posts with label हँसते लोग संगत इत्र दुकान खरीद रूह महक शायरी. Show all posts

23 March 2017

1129 हँसते लोग संगत इत्र दुकान खरीद रूह महक शायरी



1129

महक, Fragrance

हँसते हुए लोगोंकी संगत,
इत्रकी दुकान जैसे होती हैं,
कुछ ना खरीदो, फिर भी...
रूह महका देते हैं।

Company of laughing people,
Like a perfume shop,
Don't buy anything, yet...
The soul gives fragrance.