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31 July 2016

448 हाथ लकीर फरेब दुकान मुकद्दर दोस्त ज्योतिष शायरी


448

Jyotishi, Astrologer

हाथोंकी लकीरोंके फरेबमें,
मत आना मेरे दोस्तो;
ज्योतिषोंकी दुकानोंपर,
मुकद्दर नहीं बिकते।

Do not get Artifice,
with the Palmistry;
Fate is not for Sale,
at Astrologer's shops.