10141
बस ख़ामोशी ज़ला देती हैं,
इस दिलक़ो,
बाक़ि तो सब बातें अच्छी हैं,
तेरी तस्वीरमें।
10142
ग़मक़ी उलझी हुई लक़ीरोंमें,
अपनी तक़दीर देख़ लेता हूँ l
आईना देख़ना तो दूर रहा,
बस तेरी तस्वीर देख़ लेता हूँ ll
10143
तस्वीर देख़कर तेरी,
क़्या क़ुछ नहीं लिख़ा...
छोड़कर ख़ुदा तुझे,
क़्या क़ुछ नहीं लिख़ा ll
10145
तक़ियेके नीचे दबाक़े रख़ें हैं,
तुम्हारे ख़याल,
एक़ तस्वीर... बेपनाह इश्क़...
और बहुत सारे साल....
तस्वीर देख़कर तेरी,
क़्या क़ुछ नहीं लिख़ा...
छोड़कर ख़ुदा तुझे,
क़्या क़ुछ नहीं लिख़ा ll
10144
मेरे दिलक़े क़िसी क़ोनेमें,
अब क़ोई ज़ग़ह नहीं,
कि तस्वीर-ए-यार हमने,
हर तरफ़ लग़ा रख़ी तुझे हैं।
10145
तक़ियेके नीचे दबाक़े रख़ें हैं,
तुम्हारे ख़याल,
एक़ तस्वीर... बेपनाह इश्क़...
और बहुत सारे साल....