7571
मौतसा मिज़ाज़ हैं मेरा,
दर्द भी हैं...
रुस्वाई भी.......
7572अपने वज़ूदपर,इतना न इतरा, ए ज़िन्दगी...वो तो मौत हैं,जो तुझे मोहलत देती ज़ा रही हैं...!
7573
ज़हर पीनेसे,
क़हाँ मौत आती हैं...
मर्जी ख़ुदाक़ी भी चाहिए,
मौतक़े लिए.......!!!
7574ए मौत, उन्हें भुलाये,ज़माने ग़ुज़र गए...आज़ाक़े ज़हर ख़ाये,ज़माने ग़ुज़र गए...!!!
7575
ऐ ख़ुदा, इन्साफ़ क़र,
हम मज़लूम आशिक़ोंक़ा l
इश्कक़ो सज़ा-ए-मौत दे,
हमें बाइज्ज़त बरी क़र...ll