Showing posts with label फ़रियाद खोया कल आज शायरी. Show all posts
Showing posts with label फ़रियाद खोया कल आज शायरी. Show all posts

26 November 2016

783 फ़रियाद खोया कल आज शायरी


783

Fariyaad, Complaint

ख़ुदा भी अब किस किसकी,
फ़रियाद सुने....
किसीका कल खोया हैं तो,
किसीका आज हीं हैं...
Whose Complaints shall hear
God now...
Someone's Yesterday is Lost and,
Others Today is Vanished...