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11 March 2017

1073 जीवन प्रारम्भ घबर पगले दुःख रोने शायरी


1073
क्यों घबराता हैं पगले,
दुःख होनेसे l
जीवन तो प्रारम्भ ही हुआ हैं,
रोनेसे l