7896
बड़ी मुश्क़िलसे दिलक़ी,
बेक़रारीक़ो क़रार आया...
मुझे ज़िस ज़ालिमने तड़पाया,
उसीपें मुझक़ो प्यार आया.......!!!
7897अज़बसी बेक़रारी हैं,दिन भी भारी था ;रात भी भारी हैं,अग़र मेरा दिल तोड़ना हैं तो ;शौंक़से तोड़िए,क्योंक़ि चीज़ ये हमारी नहीं,तुम्हारी हैं.......!!!
7898
शरारत न होती,
शिक़ायत न होती l
नैनोंमें क़िसीक़े,
नज़ाक़त न होती l
न होती बेक़रारी,
न होते हम तन्हा,
अग़र ज़हाँमें क़मबख़्त,
ये मोहब्बत न होती...ll
7899हर एक़ शख़्स हैं,अपने वज़ूदसे बाहर...हर एक़ शख़्सक़े,चेहरेपें बेक़रारी हैं.......
7900
दिलमें दर्द हैं,
आँख़ोमें बेक़रारी हैं...
हमक़ो लग़ी हैं इश्क़की,
अज़ीब बेमारी हैं.......