Showing posts with label दिल ज़िन्दग़ी सनम क़श महसूस ख़्वाब लम्हा नज़र सोच इज़ाज़त तस्वीर शायरी. Show all posts
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18 December 2025

10166 - 10170 दिल ज़िन्दग़ी सनम क़श धुँआ शब्द महसूस पसंद ख़्वाब लम्हा बेपरवाह वीरान नज़र सोच आग़ मोम इज़ाज़त तस्वीर शायरी


10166
आख़िरी क़श हैं,
ये ज़िन्दग़ीक़ा सनम...
आज़ तस्वीर तेरी,
धुँआ बन ग़यी.....!

10167
मैने तुझे शब्दोंमें,
महसूस क़िया हैं,
लोग़ तो,
तस्वीर पसंद क़रते हैं..!!!

10168
बुनते हैं ख़्वाब क़ई,
लम्होंसे बेपरवाह...
यूँही नहीं हम तस्वीरमें,
तेरी ख़ोते हैं ll

10169
दिलक़ा मंदिर,
बड़ा वीरान नज़र आता हैं,
सोचता हूँ तेरी तस्वीर,
लग़ाक़र देख़ूँ...

10170
आग़क़े पास क़भी,
मोमक़ो लाक़र देख़ूँ...
हो इज़ाज़त तो,
तुझे हाथ लग़ाक़र देख़ूँ...