7101
झूठी बातपें,
जो वाह करेंगे...
वहीं लोग आपको,
तबाह करेंगे.......
7102जब-जब मुझे लगा,मैं तेरे लिये खास हूँ...तेरी बेरूखीने ये समझा दिया,मैं झूठी आँसमें हूँ.......
7103
सचको तमीज नहीं,
बात करनेकी;
झूठको देखो,
कितना मीठा बोलता हैं !
7104जब तक सच,जूते पहन रहा होता हैं lतबतक एक झूठ,आधी दुनियाका,सफ़र तय कर सकता हैं ll
7105
झूठ इसलिए,
बिक जाता हैं कि...
सचको खरीदनेकी,
सबकी औकात नहीं होती हैं...