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20 February 2017

993 हैरान सब्र आसूँ जमीं दिल चीर शायरी


993
जो हैरान हैं मेरे सब्रपर,
उनसे कह दो...
जो आसूँ जमींपर नहीं गिरते,
दिल चीर जाते हैं