Showing posts with label ज़ख़्म इलाज कुरेदकर देख कह वक़्त शायरी. Show all posts
Showing posts with label ज़ख़्म इलाज कुरेदकर देख कह वक़्त शायरी. Show all posts

29 March 2017

1160 ज़ख़्म इलाज कुरेदकर देख कह वक़्त शायरी


1160
करता हैं वो मेरे,
ज़ख़्मोंका इलाज, फ़राज़।
कुरेदकर देख लेता हैं रोज,
और कहता हैं वक़्त लगेगा . . . . . . .