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19 June 2016

272 आँख परदे नम गलती बुरा बात सिलसिले वक्त शायरी


272

वक्त, Situation

आँखोंके परदे भी नम हो गए हैं...!
बातोंके सिलसिलें भी कम हो गए हैं...
पता नहीं गलती किसकी हैं...
वक्त बुरा हो गया हैं या बुरे हम हो गए हैं...

Eyelashes are wet...!
Conversation is also Limited...l
I don't know Who is Wrong...
Situation is Bad or myself...!