Showing posts with label दिल चोट आँख हालात सिख सपने शायरी. Show all posts
Showing posts with label दिल चोट आँख हालात सिख सपने शायरी. Show all posts

3 March 2017

1034 दिल चोट आँख हालात सिख सपने शायरी


1034
जिनके दिलपें लगती हैं चोट. . .
वो आँखोंसे नहीं रोते ,
जो अपनोके ना हुए...
किसीके नहीं होते,
मेरे हालातोंने मुझे ये सिखाया हैं...
की सपने टूट जाते हैं. . . 
पर पूरे नहीं होते...l