3876
दिलकी किताबमें गुलाब उनका
था,
रातकी नींदमें ख़्वाब उनका
था,
कितना प्यार करते हो
जब हमने पूछा,
मर जाएंगे तुम्हारे बिना
ये जबाब उनका
था !
3877
मैं नींदका
शोकीन ज्यादा तो
नहीं...
लेकिन उनके ख़्वाब
ना देखूँ तो...
गुजारा नहीं होता.......!
3878
तुमने वादा तो
किया था,
ख़्वाबमें मिलनेका...
और ख़ुशीके
मारे हमें,
नींद
ही नहीं आयी.......!
3879
दिनभरकी
थकान अब मिटा
लीजियॆ,
हो चुकी हैं
रात रोशनी बुझा
लीजिए
एक खूबसूरत ख़्वाब राह
देख रहा हैं
आपका,
बस पलक़ोंका पर्दा
गिरा लीजिए...
3880
ख़्वाब तो सब
मीठे देखे थे,
ताज्जुब
हैं.......!
आँखोंका पानी
खारा कैसे हो
गया.......?