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16 June 2016

257 लफ्ज सिमट मोहब्बत टूट चाह दास्तान शायरी


257

दास्तान, Story

दो लफ्जोंमें सिमटी हैं,
मेरी मोहब्बतक़ी दास्तान...
उसे टूटक़र चाहा,
और चाहक़र टूट ग़ये...

The story of my love is,
Contained in two words...
I loved her with all my heart,
And I was shattered by loving her...