764
Nasha, Intoxicate
ये “ शायरी
” लिखना उनका काम
नहीं,
जिनके “
दिल ” आँखोंमें बसा करते
हैं ;
“ शायरी ” तो वो
शख्स लिखते हैं,
जो शराबसे
नहीं “ कलम ” से नशा करते हैं…
Writting a " Poem " is not their Cup of Tea,
Whose " Heart " lives in Eyes ;
The One who write the " Poem "
Who Intoxicates not with Wine but with " Quill "...