17 November 2016

753 महक गुलाब जरूरत हवा प्यार याद शायरी


753

Mahek, Ambrosial

महक उठती हैं हवाएँ भी,
सिर्फ उनकी यादोंसे...
बता मेरे प्यारको,
गुलाबोंकी जरूरत क्या हैं...?
Winds are Ambrosial
Only with her Memories...
Tell me for my Love
Why Roses are needed...?

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