25 November 2016

780 नज़र गंदगी कचरा रोटी शायरी


780

Roti, Bread

क्या खूब कहां हैं किसीने,
गंदगी, देखनेवालोंकी नज़रोंमें होती हैं...!
वरना कचरा बीननेवालोंको तो,
उसमें भी रोटी दिखती हैं...!
What Wonderfully Said Someone -
Dirtiness is in the Eyes who see it...!
Otherwise In that even the Waste Pickers
See the Bread...!

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