27 November 2016

790 मुआवज़े तबाह भीतर याद बारिश शायरी


790

Muaavaze, Compensation

हमने भी मुआवज़ेकी,
अर्जी डाली हैं साहिब...
उनकी यादोंकी बारिशने,
खूब तबाह किया हैं भीतरतक...!

I have also Submitted 
Compensation Application Man,
Her Shower of Memories
has Destroyed Deeply...!

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