3 November 2016

695 दिल समझ नादान बरस दुवा शायरी


695

Duwai, Pray

कितना नादान हैं,
दिल समझता ही नहीं...
आज बरसो बाद भी उन्हें देखा,
तो दुवाएँ न्हीके लिये मांग बैठा...

How Mad is,
Heart doesn't Understand...
Today Seen her after Long Years,
I Prayed only for her, though...

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