11 November 2016

732 शब्द पढ भूल याद शिद्दत शायरी


732

Shiddat, Passion

मेरे शब्दोंको इतनी,
शिद्दतसे ना पढा करो...
कुछ याद रह गया,
तो हमे भूल नहीं पाओगे...
Do not read Passionately,
My Words so...
If you Remember,
May not Forget me...

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