Showing posts with label आँख आँसू भुला छोड़ शायरी. Show all posts
Showing posts with label आँख आँसू भुला छोड़ शायरी. Show all posts

1 April 2017

1172 आँख आँसू भुला छोड़ शायरी


1172
अब तेरी आँखोंमें,
ये आँसू किसलिए फ़राज़।
जब छोड़ ही दिया था,
तो भुला भी दिया होता.......