Showing posts with label दिल कोशिश सूखे परिन्दे बसेरा शायरी. Show all posts
Showing posts with label दिल कोशिश सूखे परिन्दे बसेरा शायरी. Show all posts

10 February 2017

953 दिल कोशिश सूखे परिन्दे बसेरा शायरी


953
टूटे हुए दिलमें रहनेकी,
कोशिश ना कर फ़राज़।
क्योंकी सूखे हुए पेड़पर तो,
परिन्दे भी बसेरा नहीं करते......