13 October 2016

623 दिल दर्द जख्म मल्हम दूर पास अकेले शायरी


623

Akele, Lonely

पास आकर सभी दूर चले जाते हैं;
अकेले थे हम, अकेले ही रह जाते हैं;
इस दिलका दर्द दिखाएँ किसे;
मल्हम लगानेवाले ही जख्म दे जाते हैं !

All move far away when Comes Closer;
Lonely was me, Remains Lonely ever;
Whom to show Pain of the Heart;
Gives the Wound who acts as a Treatment !

622 गली आँखें दस्तक दुःख खुशी पहचान दरवाजा बंद गुज़र शायरी


622

Pahechan, Recognition

जब भी उनकी गलीसे गुज़रता हूँ;
मेरी आँखें एक दस्तक दे देती हैं;
दुःख ये नहीं, वो दरवाजा बंद कर देते हैं;
खुशी ये हैं, वो मुझे अब भी पहचान लेते हैं !

Whenever I pass through her Lane;
My eyes gives a Knock;
I am not upset, As she Closes the Door;
Its a Pleasure that She Recognises me now even ! 

621 जिंदगी कल गिला सिमटी याद सिलसिला लम्हे फैसला शायरी


621

Faisala, Decision

कल हम होंगे, कोई गिला होगा,
सिर्फ सिमटी हुई यादोंका सिलसिला होगा,
जो लम्हे हैं चलो हंसकर बिता लें,
न जाने कल जिंदगीका, क्या फैसला होगा !!!

Neither I will be there nor any Complaint,
Will be only Series of Numb Memories,
Let's live the Moments Happily,
Who knows the Decision of  Life for Tomorrow !!!


12 October 2016

620 प्यार याद बेकरार जुदाई मुलाकात नज़र तलाश शायरी


620

Talash, Search

आपकी जुदाई भी हमें प्यार करती हैं
आपकी याद बहुत बेकरार करती हैं
जाते जाते कहीं भी मुलाकात हो जाये आपसे
तलाश आपको ये नज़र बार बार करती हैं

Your Separation also Loves me...
Your Memory makes me Restless...
I wish to meet Anywhere while Moving...
Every time this Sight makes your Search...

619 उंगली पकड़ बेटी चल जलन शायरी


619

Jalan, Jealous

मेरी बाकी उंगलियाँ,
उस उंगलीसे जलती हैं l
जिस उंगलीको पकड़कर,
मेरी बेटी चलती हैं...!

All other fingers,
Are Jealous with the One l
To which by Clutching,
My Daughter Walks...!


618 ज़िन्दगी छीन काश नासमझ समझदारी शायरी


618

Samazdari, Rationality

काश नासमझीमें ही,
बीत जाए... ये ज़िन्दगी...
समझदारीने तो,
बहुत कुछ छीन लिया...!

Let the Life... Passes...
Senselessly 
Everything is snatched in
Rationality...!

617 दिल सागर खयाल बात बंद खातिर आँसू पलके झलक तूफां शायरी


617

Toofan, Typhoon

मुझसे मेरे ही खयालोंमें बात करती हो,
बंद रखता हूँ तेरे खातिर अपने दोनों पलके...
दिलके सागरमें तो बस खारे आँसू हैं,
मेरी आँखोंने भी देखे हैं तूफांकी झलक...

Talking to me in my Thoughts,
I keep Lids closed Only for your sake...
There are salty Tears in the Ocean of Heart,
My eyes also have seen The Glimpse of Typhoon...


616 हालेदिल बेगाने बात फ़साने पुराने इलज़ाम शायरी


616

Ilzaam, Blame

वो हमारे कब थे,
जो बेगाने हो गए !
ज़रासी बात थी,
क्या फ़साने हो गए !!
क्या उसे इलज़ाम दे,
क्या सुनाये हालेदिल !
अब कोई होगा नया,
हम पुराने हो गए !!

When was she Mine,
Now becomes Unknown !
A small thing
became an Issue !!
How to Blame her,
How to state condition of Heart !
There may be someone New,
that I became an Old one !!

10 October 2016

615 दिल नाम बात बुरा मान जुबान अजनबी शायरी


615

Ajnabi, Stranger

तेरा नाम था...
आज किसी अजनबीकी जुबानपें ,
बात तो जरासी थी...
पर दिलने बुरा मान लिया......

Your Name was...
On the tongue of a Stranger ,
It was a small thing...
But my Heart Fainted......

614 सुधर इश्क बदनाम शायरी


614

Badnaam, Dishonoured

हुए बदनाम मगर,
फिर भी सुधर पाए हम,
फिर वहीं शायरी,
फिर वहीं इश्क,
फिर वहीं तुम…

Though become Dishonored,
Still not Improved myself,
Again that Poetry,
Again that Love,
Again that You...

613 ज़िन्दगी सिलसिले जीने मर बावजूद ज़िन्दगी नाम साँस शायरी


613

Sanse, Breaths

साँसोंके सिलसिलेको,
ना दो ज़िन्दगीका नाम,
जीनेके बावजूद भी,
मर जाते हैं कुछ लोग !!

Do not Tag the Series of Breaths,
with Name of Life,
In Spite of Living Alive,
Some people are Dead !!


612 इंसान असली नकली रोशनी नोट शायरी


612

Note, Currency

काश 'इंसान' भी 'नोटों' की तरह होते . . .
'रोशनी' की तरफ करके देख लेते,
'असली' हैं कि 'नकली' !

Would people also be like Currency Note . . .
Would have looked in the Light to See,
It's 'Real' or 'Fake' !


611 कब्र मिटटी हाथ सोच गुरुर शायरी


611

Gurur, Egoism

कब्रकी मिटटी हाथमें लिए ,
सोच रहा हूँ,
जब लोग मरते हैं,
तो गुरुर कहां जाता हैं...
                                 ग़ालिब

Thinking of,
Holding the Sand of Grave,
Where the Egoism goes,
When people Die...
Ghalib

9 October 2016

609 प्यार लम्हे जुदाई हालात लाचार पढ़ आँखे बेकरार शायरी


609

Bekarar, Disturb

लम्हे जुदाईके बेकरार करते हैं,
हालात मेरे मुझे लाचार करते हैं,
आँखे मेरी पढ़ लो कभी,
हम खुद कैसे कहें की,
आपसे प्यार करते हैं...
Moments of Separation disturbs 
My Situations makes me Helpless,
Read sometimes my Eyes,
How can i Say myself That
I Love You...

610 लिबास एहसास पास याद मोहब्बत शायरी


6100

Mohabbat, Love

तेरे लिबाससे मोहब्बत की हैं,
तेरे एहसाससे मोहब्बत की हैं...
तू मेरे पास नहीं फिरभी,
मैने तेरी यादसे मोहब्बत की हैं…

Loved your Costume,
Loved your Feelings...
You are not with me though,
I have Loved your Memories...

608 मोहब्बत खामोश आँखो बात रात दिन ख़यालो शायरी


608

Khayal, Memory

जब खामोश आँखोसे बात होती हैं,
ऐसे ही मोहब्बतकी शुरुआत होती हैं,
तुम्हारे ही ख़यालोमें खोए रहते हैं,
पता नहीं कब दिन,
और कब रात होती हैं…

When Silent Eyes starts Communicating,
This is the way Love Starts,
I am always Lost in your Memories,
I never knew When is the day,
and when Night arrives...

607 प्यारकी कदर दीदार मुड़ छोड़ शायरी


607

Kadar, Appreciation

हमेशाके लिए छोड़ दिया,
हमने उसका दीदार करना...
जिसको प्यारकी कदर ना हो,
उसे मुड़ मुड़के क्या देखना

I have Left Forever
To Praise her
Who doesn't have Appreciation of Love,
Why to See her turning Back...


606 ज़िंदगी हरपल उदास सपना आस मंज़िल पास यकीन शायरी


605

Yakin, Belief

सपनोंकी मंज़िल पास नहीं होती;
ज़िंदगी हरपल उदास नहीं होती;
ख़ुदापें यकीन रखना मेरे दोस्त;
कभी-कभी वो भी मिल जाता;
हैं जिसकी आस नहीं होती…

Destiny of Dreams are never so near;
Life is not always Upset;
Believe in Yourselves my Friend;
Sometimes you get;
Which is not Expected even...

6 October 2016

605 दिल गहराई याद भूलना ढूंढ़ तस्वीर बेहतर ख़त्म तलाश शायरी


605

Talash, Search

भूलना चाहो तो भी,
याद हमारी आएगी...
दिलकी गहराईमें,
हमारी तस्वीर बस जाएगी...
ढूंढ़ने चले हो हमसे बेहतर दोस्त,
तलाश हमसे शुरू होकर,
हमपें ही ख़त्म हो जाएगी ll

I will be remembered,
Even if you wish to Forget,...
Deep in The Heart,
My Image shall be Stored...
Moved in search of Friend better than me,
Search will Start with me and...
End with me for Sure ll

604 आशिक़ मर दफन कब्र इंतजार शायरी


604

Intajaar, Waitting

आशिक़ मरते नहीं,
दफनाए जाते हैं l
कब्र खोलके देखो,
तो इंतजारमें पाये जाते हैं…!

Lovers doesn't Die
They are Buried,
Open The Grave
They are found in Waitting ...