13 October 2016

621 जिंदगी कल गिला सिमटी याद सिलसिला लम्हे फैसला शायरी


621

Faisala, Decision

कल हम होंगे, कोई गिला होगा,
सिर्फ सिमटी हुई यादोंका सिलसिला होगा,
जो लम्हे हैं चलो हंसकर बिता लें,
न जाने कल जिंदगीका, क्या फैसला होगा !!!

Neither I will be there nor any Complaint,
Will be only Series of Numb Memories,
Let's live the Moments Happily,
Who knows the Decision of  Life for Tomorrow !!!


No comments:

Post a Comment