27 October 2016

675 बिल्कुल जरुरी बात समझ आरज़ू शायरी


675

Aarzoo, Wish

ये जरुरी नहीं था बिल्कुल भी कि,
तू मेरी हर बातको समझे...
आरज़ू बस इतनी थी कि तू...
मुझे बस अपना समझे ... !
It was not Necessary
At all That
You Understand my everything...
Wish was that only that You...
Just consider me as Yours ... !

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