4 October 2016

591 ज़िन्दगी कायनात दर्द मांग शायरी


591

Mang, Demand

कहाँ मांग ली थी कायनात मैंने,
जो इतना दर्द मिला,
ज़िन्दगीमें पहली बार ए खुदा,
तुझसे ज़िन्दगी ही तो मांगी थी ।।

Where do I demanded Universe,
That I offered Sorrow,
Oh God First time in Life,
I begged for Life . 

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