15 October 2016

631 दिल आरज़ू बेहोश ख़त आँसू कलम खामोश हकीकत शायरी


631

Hakikat, Reality

क्या लिखूँ दिलकी हकीकत,
आरज़ू बेहोश हैं,
ख़तपर हैं आँसू गिरे और...
कलम खामोश हैं !

What to write the Reality of Heart
Wishes are Unconscious,
Tears are spread over the Letter And
Pen is Silent !

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