23 October 2016

663 जियो दुनियाँ रब पल पसंद शायरी


663

Pasand, Choice

ऐसे जियो की,
अपने रबको पसंद जाओ;
क्योंकि...
दुनियाँवालोकी पसंद तो पल भरमें,
बदल जाती हैं...!

Live in the way that God likes you
Because...
The Choice of People changes
Within a second...!

662 ज़िंदगी आईना सामने वक़्त ठहर नज़र गुज़र वजूद शायरी


662

Wajood, Existance

मेरे वजूदमें काश तू उतार जाए,
मे देखु आईना तू नज़र आए,
तू हो सामने और वक़्त ठहर जाए,
ये ज़िंदगी तुझे यूँ ही देखते हुए गुज़र जाए...

I Hope You Fallout of my Existence,
I look into Mirror and You appear in,
You be in front of me and let the Time stops,
Let the Life pass away staring at you...

661 तन्हाई महसुस शायरी


661

Tanhai, Loneliness

'तन्हाई' महसुस करते समय...!
तुम मेरे सबसे पास होते हो.......!
While Feeling Loneliness...!
You been the closest one to me.......!

22 October 2016

660 समंदर सुना सब्र कहानी उम्र प्यासा शायरी


660

Pyaasa, Thirsty

क्या सुनाऊँ,
अपने सब्रकी कहानी ?
समंदरका रखवाला था,
और सारी उम्र प्यासा रहा
What should I tell
The Story of my Patience ?
Was the Caretaker of Ocean
And remained Thirsty for Life.

659 पिला रुठ़े साँस जहर शायरी


659

Jahar, Poison

आज इतना जहर पिलादो की...
साँस तक रुक जाये मेरी...
सुनां हैं कि साँस रुक जाये तो...
रुठ़े हुए भी देख़नें आते हैं......

Serve me so much of Poison that...
My Breath should also stop...
Heard that when Breath stops...
Despondent also come to see...... 

658 दिल खरीद बात लफ़्ज दौलत शायरी


658

Daulat, Wealth

ना जाने कौनसी दौलत हैं...
तेरी लफ़्जोंमें...!
बात करते हो तो...
दिल खरीद लेते हो...!!!

I wonder which kind of Wealth...
In your Words is...!
When you Talk...
You Purchase my Heart...!!!

657 दिल सुन बोल कयामत शायरी


657

Quayamat, Destruction

ये तो अच्छा हैं कि,
दिल सिर्फ सुनता हैं...
अगर ये बोल पाता,
तो कयामत हो जाती......

Its Good that
Heart Listens only,
If it would have Speak...
It would cause severe Destruction.....

656 जिंदगी बेवफा बिछड़ समेट जला सूखे पत्ते शायरी


656

Sookhe Patte, Dry Leaves

उनसे बिछड़कर,
सूखे पत्तेकी तरह करली जिंदगी,
बेवफा ने ये जानकर,
मुझे समेटकर फिर जला दिया...

Being Apart from Her,
Made Life like Dry Leaves,
Knowing this, The Disloyal,
Gathered me and then Burnout...

20 October 2016

655 दिल बात वक्त खामोश रिश्ता उम्र कम शायरी


655

Kam, Scanty

वक्त मिलते ही,
दिलकी बात कह दिया करो...
खामोश रिश्तोंकी उम्र,
कम होती हैं. . .

Whenever Time favours,
Say out your Word of  Heart ...
Life of Silent Relationships,
Is Scanty . . .

654 ज़िंदगी सच बेहद अच्छी ख़ूबसूरत शायरी


654

Khoobsurat, Beautiful

ज़िंदगी तू सचमें बेहद ख़ूबसूरत हैं...    
फिरभी...
तू अपनोंके बिना...
अच्छी नहीं लगती......!!!

Oh Life You are Really very Beautiful...
Though...
You without your Own ...
Doesn't Look Better......!!!

653 नज़र काली कलम लिख वजह शायरी


653

Wajah, Reason

मेरी शायरीकी,
नज़र  लग जाये उसे...
यहीं वजह हैं जो,
काली कलमसे लिखता हूँ आजकल...!!!

There should not be
Evil Eye of my Shayari on her...
That is the Reason
I use a Black Pen to Write...!!!

652 चेहरे नकाब कहानी किरदार शायरी


652

Kirdaar, Character

हमेशा नहीं रहते,
सभी चेहरे नकाबोमें...!
हर एक किरदार खुलता हैं,
कहानी ख़तम होनेपर…!!

Not always remains
All faces under the Mask...!
Each and Every Character opens up,
At the End of Story...!!

651 ज़िंदगी लम्हा साथ कमबख्त काबिल भरोसा शायरी


651

Bharosa, Certainty

जो लम्हा साथ हैं,
उसे जी भरके जी लेना ,
कमबख्त ये ज़िंदगी,
भरोसेके काबिल नहीं होती...

Live the Life at the Fullest,
In the live Moment,
Damned this Life,
Is not capable for Certainty...

19 October 2016

650 हार जीत रिश्ता अच्छी बेहतर आदत शायरी


650

Aadat, Habit

"जीत" की आदत अच्छी होती हैं,
मगर कुछ रिश्तोमें,
"हारजाना ही बेहतर होता हैं

The Habit of "Winning" is Good,
Though In some Relationships,
"Loosing" is Better.

649 ज़िन्दगी बाक़ी शिकायतें सीतम शायरी


649

Sitam, Pain

ये ना पूछ कितनी शिकायतें हैं,
तुझसे ज़िन्दगी;
सिर्फ इतना बता की तेरा कोई,
और सीतम बाक़ी तो नहीं

Do not ask What Complaints are
with you My Life,
Just Tell me one Thing
Is there any Pain left behind...

648 मसरूफ मोहताज़ तन्हा रिश्ते फुर्सत तवज्जो अंदाज़ शायरी


648

Tawajjo, Attention

मसरूफ रहनेका अंदाज़,
तुम्हें तन्हा ना कर दे ग़ालिब...
रिश्ते फुर्सतके नहीं,
तवज्जोंके मोहताज़ होते हैं...

Your style of being Occupied
Should not make you Lonely Ghalib,
Relations are seeking
Attention not Free Time...

647 इश्क बात जिक्र अजब शायरी


647

Ajeeb, Strange

तेरी बातोंमें जिक्र मेरा,,,
मेरी बातोंमें जिक्र तेरा...
अजबसा हैं ये इश्क...
ना तू मेरीना मैं तेरा...

In your Talk my Allusion,,,
I my Talk your Allusion...
Its Like a Strange Love,,,
Neither You are Mine Nor I am Yours...

646 कोशिश मंजिल साँस तजुर्बा चीज़े नायाब शायरी


646

Nayab, Unobtainable

"कोशिश" आखरी साँस तक,
करनी चाहिये,
"मंजिल" मिले या "तजुर्बा"
चीज़े दोनों ही नायाब हैं...!

" Try " Till
Last Breath,
Either "Destination" or "Experience" you get
Both are Unobtainable...!!

18 October 2016

645 आँसू चुपके महफ़िल समझ तन्हा शायरी


645

Tanha, Lonely

मैने आँसूओंको समझाया,
भरी महफ़िलमें ना आया करो,
आँसू बोला, तुमको भरी महफ़िलमें तन्हा पाते हैं,
इसीलिए तो चुपकेसे चले आते हैं l

I Explained to Tears,
Not to come in a Full Gathering,
I find you Lonely In the Full Gathering, Tears said,
That's Why I Come Quietly.

644 मुद्दत रोक जुबा नमकीन आवारा कमबख्त लफ्ज़ रुसवा शायरी


644

Rooswa, Contempt

मुद्दतसे दबाके रखा था,
अब बेरोक जुबापें आते हैं !
थोड़े नमकीन, थोड़े आवारासे,
कमबख्त, ये लफ्ज़ रुसवा कर जाते हैं !

For Years it was Suppressed,
Now comes to Tongue as Uncontrolled !
Some Salty, Some like Roving,
Damned, These Words makes Contempt !