Showing posts with label तक़दीर सिलसिला वक़्त गुजार शायरी. Show all posts
Showing posts with label तक़दीर सिलसिला वक़्त गुजार शायरी. Show all posts

22 May 2017

1334 तक़दीर सिलसिला वक़्त गुजार शायरी


1334

तक़दीर, Destiny

अपनी तक़दीरमें तो कुछ,
ऐसा ही सिलसिला लिखा हैं,
किसीने वक़्त गुजारनेके लिए अपना बनाया,
तो किसीने अपना बनाकर,
वक़्त गुज़ार लिया......

Something like this
Is written in my destiny,
Some made me their own to pass time,
So some made me their own and
spent time with me.....